कलेक्टर तूलिका प्रजापति ने हितग्राही के हाथों कराया मुर्गी पालन केंद्र उद्घाटन,बिहान दीदियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम पहल

जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के

कलेक्टर ने हितग्राही के हाथों कराया मुर्गी पालन केंद्र उद्घाटन,बिहान दीदियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम पहल

 

ग्रामीण आदिवासी महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर:मुर्गी पालन केंद्र से आत्मनिर्भरता की ओर कदम

 

मोहला 24 मार्च 2025।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला प्रशासन ने एक और अहम कदम उठाया है। जिला प्रशासन  व  एबिस अस्मिता संस्था के संयुक्त प्रयास से बिहान योजना से जुड़ी ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई पहल की गई है। आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु ग्राम कुंजामटोला में मुर्गी पालन केंद्र की शुरुआत की गई है। यह पहल न केवल महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करा रही है बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता से भी सशक्त बना रही है। इस पहल के तहत जिला प्रशासन की ओर से बिहान की दीदियों को मुर्गी पालन हेतु शेड निर्माण कर दिया गया हैं व एबिस अस्मिता के द्वारा मुर्गी पालन हेतु 25 चयनित बिहान दीदियो कों  6 से 7 महीनों का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें आवश्यक संसाधन, तकनीकी सहायता और विपणन सहयोग भी उपलब्ध कराया गया है जिससे वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त बनें। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अथिति के तौर पर जिला कलेक्टर  तुलिका प्रजापति द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा महिलाएं किसी भी समाज की रीढ़ होती हैं। उन्हें सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। यह पहल केवल रोजगार तक सीमित नहीं है बल्कि यह महिलाओं के आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को भी बढ़ावा दे रही है। कलेक्टर ने हितग्राही सुमित्रा बाई के हाथों रिबन कटवाकर मुर्गी पालन केंद्र का विधिवत उद्घाटन कराया।जिससे महिलाओं को सम्मान और जिम्मेदारी दोनों का अनुभव मिला। कार्यक्रम के बाद कलेक्टर ने सभी केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया और महिलाओं को मेहनत व एकता के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। बिहान की दीदियों ने इस पहल पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने का सुनहरा अवसर मिला है। उन्होंने जिला प्रशासन और एबिस अस्मिता संस्था के प्रति आभार जताते हुए कहा कि वे मेहनत और एकता के साथ इस पहल को सफल बनाएंगी। यह छत्तीसगढ़ राज्य का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को प्रशिक्षण, संसाधन और बाजार से जोड़ते हुए स्वरोजगार की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है। ग्राम कुंजामटोला से शुरू हुई यह पहल निश्चित रूप से महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी और भविष्य में ‘लखपति दीदी’ जैसी योजनाओं की नींव रखेगी। कार्यक्रम में इस दौरान जिला पंचायत सीईओ  भारती चंद्राकर,  जोया आलम, डायरेक्टर फाइनेंस एबिस,  तनाज अज़ीज़ डायरेक्टर एच आर एबिस, डॉ पौलोमी बैनर्जी वि पी ए एस जी सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी एवं बिहान समूह की महिलाएं एवं अधिक संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

 

 

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